तारा की परिभाषा :
जिन खगोलीय पिंडों का अपना प्रकाश एवं ऊष्मा होती है इन्हें तारा कहा जाता है ।- ये हाइड्रोजन (70%) व हीलियम गैसों (26.5%) के बहुत बड़े पिंड होती है ये आसमान में टिमटिमाते हुए प्रतीत होते है साथ ही ऊष्मा एवं ऊर्जा प्रदान करते है सूर्य भी एक तारा है।
- साइरस सबसे चमकीला तारा है इसे ‘डॉग स्टार’ भी कहते है और प्रोक्सिमा सेन्चारी पृथ्वी के सबसे निकट का तारा है।
- पृथिवी के ध्रुव पर 90 डिग्री का कोण बनाने वाला तारा ध्रुव (Pole Star) तारा होता है।
तारों का विकास :
तारों का जन्म > वृद्धि होती है > नष्ट होते है (सुपरनोवा विस्फोट द्वारा) > बचे हुए न्यूट्रान तारे ब्लैक होल अथवा कृष्ण छिद्र कहलाते है जो तारा जितना चमकीला होता है उसकी आयु उतनी कम पाई जाती है ।
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