मिश्रित अर्थव्यवस्था की परिभाषा, इतिहास, लाभ और हानि | Mixed economy in Hindi


मिश्रित अर्थव्यवस्था क्या है?

परिभाषा: मिश्रित अर्थव्यवस्था वह अर्थव्यवस्था है जिसमें सरकारी और निजी व्यक्ति दोनों का आर्थिक क्रियाओं पर नियंत्रण होता है।

(Mixed economy is that economy in which both government and private individuals exercise economic control.) – Anatol Murad

मिश्रित अर्थव्यवस्था पूंजीवाद और समाजवाद की विशेषताओं का मिश्रण है। इसमें एक तरफ तो आर्थिक क्रियाओं की स्वतंत्रता होती है और दूसरी ओर सामाजिक कल्याण के लिए आर्थिक क्रियाओं में सरकार द्वारा हस्तक्षेप भी किया जाता है।

इतिहास :

परंपरावादी अर्थशास्त्री पूँजीवादी आर्थिक प्रणाली को ही मानते थे लेकिन 1930 की महामंदी के पश्चात प्रसिद्ध अर्थशास्त्री लार्ड केन्ज ने एक ऐसी अर्थव्यवस्था का सुझाव दिया जिसमें पूंजीवाद का निजी क्षेत्र और समाजवाद का सार्वजनिक क्षेत्र मिलकर समाजिक क्ल्याल और आर्थिक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए कार्य कर सके, इस प्रकार इन दोनों के मिश्रण से मिश्रित अर्थव्यवस्था बनी।

उदाहरण : भारत, फ्रांस, ब्रिटेन आदि

मिश्रित अर्थव्यवस्था के लाभ:

      • पूंजी निर्माण (Capital Formation)

      • कुशल उत्पादन (Efficient Production)

      • शोषण से बचाव आदि (Freedom from Exploitation)

मिश्रित अर्थव्यवस्था की हानि:

      • अस्थिर अर्थव्यवस्था (Unstable Economy)

      • भ्रष्टाचार (Corruption)

      • काला धन (Black Money)

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