- कम्पनी के भारतीय व्यापार का एकाधिकार समाप्त कर दिया गया, केवल उसका चीन से व्यापार तथा चाय के व्यापार पर एकाधिकार बना रहा।
- भारतीयों की शिक्षा के लिए सरकार को प्रतिवर्ष 1 लाख रुपये खर्च करने का निर्देश दिया गया।
- ईसाई मिशनरियों को भारत में धर्म प्रचार और अंग्रेजी का प्रचार करने की अनुमति दी गयी।
- कम्पनी को अगले 20 वर्षों के लिए भारतीय प्रदेशों तथा राजस्व पर नियंत्रण का अधिकार दे दिया गया।
- नियंत्रण बोर्ड की शक्ति को परिभाषित किया गया तथा उसका विस्तार भी कर दिया गया।
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