गैलेक्सी या आकाशगंगा क्या है?
हमारी पृथ्वी और सूर्य जिस गैलेक्सी में अवस्थित हैं, रात्रि में हम नंगी आँख से उसी गैलेक्सी के ताराओं को देख पाते हैं।
- ब्रह्माण्ड में 100 अरब से भी अधिक गैलेक्सी है। हमारा सौर परिवार गैलेक्सी का ही एक भाग है जिसका नाम ‘मिल्की वे या दुग्धमेखला’ है
- इसका 80% भाग सर्पिलाकार है और इसे सबसे पहले गैलिलियों ने देखा था। मर्केनियन-348 ज्ञात सबसे बड़ी आकाश गंगा है जो हमारे मिल्की वे से 13 गुना बड़ी है।
- मिल्की वे गैलेक्सी में 300 अरब तारे है.
- एण्ड्रोमेडा गैलेक्सी हमारे सबसे निकट की आकाशगंगा है जो 22 लाख प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है। नवीनतम ज्ञात मंदाकिनी डवार्क है।
आकाशगंगा के प्रकार:
संरचना के आधार पर आकाशगंगाएँ तीन प्रकार की होती हैं. - सर्पिल आकाशगंगाएँ (Spiral Galaxy)
- दीर्घवृत्ताकार आकाशगंगाएँ (Elliptical Galaxy)
- स्तंभ सर्पिल और अनियमित आकाशगंगाएँ (Irregular Galaxy)
हमारी गैलेक्सी: दुग्ध-मेखला:
- हमारी आकाशगंगा का व्यास लगभग एक लाख प्रकाश-वर्ष है।
- इसमें सौ अरब से भी अधिक तारे हैं।
- हमारा सूर्य आकाशगंगा के केंद्र से लगभग 30,000 प्रकाशवर्ष दूर हैं। इसकी एक परिक्रमा को पूर्ण करने में सूर्य को लगभग 25 करोड़ वर्ष लगतें हैं।
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